Ayushman Card भाजपा के लिए पहले भी तुरुप का इक्का साबित हुआ है। पुराने वाले राज्यों में हो रहे इलेक्शन में भी एक बार फिर से आयुष्मान कार्ड भारतीय जनता पार्टी के लिए गेम चेंजर साबित होगा।
Ayushman Card योजना का लाभ यों तो हिंदुस्तान के हर एक बुजुर्ग को होने वाला है। मगर बुजुर्गों की जो दुआएं मोदी एवं भारतीय जनता को मिलने वाली उसका हल किसी पार्टी के पास नहीं है।
Ayushman Card योजना का उद्देश्य क्या है?
Ayushman Card का उद्घोष, बुजुर्गों में जबरदस्त जोश, मोदी का No.1 मास्टरस्ट्रोक
भारत में स्वास्थ्य सुविधाओं तक सभी की पहुँच सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें से एक प्रमुख योजना है आयुष्मान भारत योजना। यह योजना गरीब और निम्न-आय वर्ग के लोगों को मुफ्त में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को स्वास्थ्य सेवा का लाभ दिलाना है, ताकि कोई भी नागरिक अपनी आर्थिक स्थिति के कारण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे।
आज से 70+ बुजुर्ग भी योजना के दायरे में सरकार ने 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी इस योजना के तहत शामिल कर लिया है। इस महत्वपूर्ण निर्णय से बुजुर्गों को विशेष लाभ मिलेगा। अब ये बुजुर्ग भी सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त में इलाज करा सकेंगे। इससे न सिर्फ उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि उनके परिवारों को भी आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिलेगी।
क्या है Ayushman भारत योजना?
Ayushman भारत योजना जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के नाम से भी जाना जाता है, एक स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसे 2018 में शुरू किया गया था। इसके तहत गरीब और कमजोर वर्ग के परिवारों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है। यह योजना न केवल सरकारी अस्पतालों में, बल्कि निजी अस्पतालों में भी लागू होती है। इस योजना के अंतर्गत अब तक करोड़ों लोग लाभान्वित हो चुके हैं।
70+ बुजुर्गों को किस प्रकार मिलेगा लाभ?
नए फैसले के अनुसार, 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग, जिनके पास कोई स्थायी आय स्रोत नहीं है, अब आयुष्मान योजना के तहत कवर किए जाएंगे। इसके लिए उन्हें किसी प्रकार की अतिरिक्त कागजी प्रक्रिया नहीं करनी पड़ेगी। अगर वे योजना के पात्र हैं, तो उन्हें सीधे लाभ मिलेगा। बुजुर्गों के स्वास्थ्य के प्रति यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इस उम्र में अक्सर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं और नियमित चिकित्सा की आवश्यकता होती है।
मुफ्त में होगा इलाज!!!!
इस योजना के तहत 70+ बुजुर्गों को निम्नलिखित स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त में मिलेंगी:
1. चिकित्सा परीक्षण: नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और डायग्नोस्टिक सेवाएं।
2. विशेषज्ञ परामर्श: किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श।
3. हॉस्पिटल में भर्ती और इलाज: गंभीर बीमारियों के लिए अस्पताल में भर्ती होकर मुफ्त इलाज।
4. सर्जरी: आवश्यक होने पर सभी प्रकार की सर्जरी का भी इस योजना में समावेश है।
5. फॉलो-अप सेवाएं: उपचार के बाद की देखरेख और फॉलो-अप उपचार।
देशभर में 6 करोड़ से अधिक लोगों को होगा लाभ
आयुष्मान भारत योजना के तहत पहले से ही 6 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इस नए कदम से बुजुर्गों की बड़ी संख्या भी इस योजना के अंतर्गत आ जाएगी। इससे देश के कई बुजुर्ग नागरिक जो पहले अपनी आर्थिक स्थिति के कारण इलाज नहीं करा पा रहे थे, अब वे भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में लाभ
आयुष्मान भारत योजना की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसके तहत मरीजों को न केवल सरकारी अस्पतालों में, बल्कि प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त इलाज का लाभ मिलता है। इससे मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर विकल्प मिलता है और वे अपने नजदीकी अस्पताल में जाकर इलाज करा सकते हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों की भागीदारी से यह योजना अधिक व्यापक और प्रभावी हो गई है।
किस तरह मिलेगा योजना का लाभ?
आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र नागरिकों को आयुष्मान कार्ड दिया जाता है। यह कार्ड बनवाने के लिए वे अपने नजदीकी आयुष्मान मित्र केंद्र पर जाकर संपर्क कर सकते हैं या योजना की वेबसाइट पर जाकर भी पात्रता की जाँच कर सकते हैं। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए अस्पताल में भर्ती के समय आयुष्मान कार्ड दिखाना होता है, जिसके आधार पर मरीज को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं मिलती हैं।
योजना का उद्देश्य और दीर्घकालिक लाभ
आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य समाज के कमजोर और गरीब वर्गों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना है। बुजुर्गों को इसमें शामिल करने का निर्णय इस उद्देश्य को और मजबूत बनाता है। यह न केवल उनके स्वास्थ्य की रक्षा करेगा बल्कि उनकी जीवन गुणवत्ता को भी बेहतर बनाएगा। इस योजना के दीर्घकालिक लाभ यह होंगे कि गरीब परिवारों को चिकित्सा पर होने वाले खर्च से छुटकारा मिलेगा और वे आर्थिक संकट में नहीं पड़ेंगे।
इस पहल का लाभ केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए भी राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि आयुष्मान योजना का विस्तार और बुजुर्गों को शामिल करने से भाजपा को क्या लाभ हो सकता है।
क्या यह मोदी का मास्टरस्ट्रोक है?
क्या यह मोदी का मास्टरस्ट्रोक है?
हिंदुस्तान के तकरीबन 35,00,00,000 हॉस्पिटल आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड योजना से जुड़ चूके हैं। 34,00,00,000 लोगों के पास अभी तक आयुष्मान कार्ड हैं। अब तक 6,00,00,000 बुजुर्ग दम्पति आयुष्मान कार्ड का फायदा ले चुकें हैं। उत्तर प्रदेश की अगर बात करें तो सबसे ज्यादा 5,00,00,000 से भी ज्यादा आयुष्मान कार्ड होल्डर अकेले यहाँ पर रहे हैं। दूसरे नंबर पर मध्यप्रदेश आता है जिसमें 4,00,00,000 से ज्यादा Ayushman Card होल्डर है। अब तकरीबन 40,00,00,000 से ज्यादा लोग इस योजना से जुड़ जाएंगे।
विरोधियो के पास कोई जवाब नहीं
भाजपा द्वारा क्रियान्वित की गई यह योजना विरोधी पार्टियों के लिए जबरदस्त गले की हड्डी बन गई है। उनके पास इस योजना की कोई काट नहीं है, क्योंकि वह जानते हैं 40,00,00,000 बुजुर्ग दंपति अगर घर के दो सदस्यों को भी भाजपा के पक्ष में प्रभावित करते हैं तो अकेले 80,00,00,000 वोटर्स भाजपा के पक्ष में आ जाएंगे। भूतकाल में कहीं न कहीं इस योजना का फायदा भाजपा को पहले भी मिल रहा है। भारत की आबादी इतनी ज्यादा है कि यहाँ पर कभी कभी दवाइयों और हॉस्पिटल का खर्चा आम आदमी की जेब से अधिक हो जाता है।
जिस तरह से आज मनुष्य बीमारियों के दौर से गुजर रहा है, यह Ayushman Card 70 साल के बुजुर्गों एवं उनके परिवारों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर आया है। निसंदेह बुजुर्गों की वोट, उनकी दुआओं का असर भाजपा के लिए जबरदस्त जीत लेकर आएगा।
भाजपा को इस योजना से क्या लाभ होगा?
1. ग्रामीण और गरीब वर्ग में लोकप्रियता: आयुष्मान भारत योजना का प्रमुख लाभ ग्रामीण और गरीब वर्ग को होता है, जो अक्सर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह जाता है। 70+ बुजुर्गों को इस योजना में शामिल करके, भाजपा ने यह संदेश दिया है कि वह समाज के हर तबके की भलाई के लिए काम कर रही है। गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों के बीच भाजपा की छवि और मजबूत हो सकती है, जिससे पार्टी को ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक समर्थन मिलने की संभावना है।
2. बुजुर्ग मतदाताओं को आकर्षित करना: बुजुर्ग मतदाता भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आयुष्मान योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को शामिल करना उनके लिए एक बड़ा राहतकारी कदम है। इससे भाजपा बुजुर्ग मतदाताओं के बीच अपने समर्थन आधार को और मजबूत कर सकती है। बुजुर्गों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा देकर, भाजपा उनके स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने वाली पार्टी के रूप में उभर सकती है।
3. स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार का श्रेय: भाजपा सरकार के तहत शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना को अब तक की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना के रूप में देखा जा रहा है। यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और उपलब्धता में सुधार के लिए भाजपा को श्रेय दिला सकती है। इस योजना के सफल कार्यान्वयन से भाजपा यह दावा कर सकती है कि उसने स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जो अन्य सरकारें नहीं कर सकीं।
4. मतदाता विश्वास और दीर्घकालिक समर्थन: आयुष्मान भारत योजना का सीधा लाभ करोड़ों लोगों तक पहुंचता है। इससे भाजपा को दीर्घकालिक मतदाता विश्वास बनाने का अवसर मिलता है। गरीब और निम्न-आय वर्ग के लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान करके, भाजपा यह संदेश देती है कि वह आम लोगों की जरूरतों को समझती है और उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। यह दीर्घकालिक रूप से पार्टी को एक मजबूत जनाधार बनाने में मदद करेगा।
5. राज्य चुनावों में लाभ: आयुष्मान भारत योजना का लाभ देशभर में कई राज्यों के नागरिकों तक पहुंचता है। ऐसे में जब किसी राज्य में चुनाव होते हैं, तो भाजपा इस योजना को अपने चुनावी प्रचार में प्रमुखता से शामिल कर सकती है। विशेषकर उन राज्यों में जहां ग्रामीण और निम्न-आय वर्ग के मतदाता अधिक हैं, भाजपा इस योजना के लाभों को सामने रखकर चुनावी फायदा उठा सकती है।
6. आर्थिक बोझ कम करने का संदेश: स्वास्थ्य सेवाओं का खर्च अक्सर गरीब परिवारों पर भारी पड़ता है। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से भाजपा यह संदेश देने में सक्षम हो सकती है कि उसने गरीब परिवारों के आर्थिक बोझ को कम किया है। 70+ बुजुर्गों के मुफ्त इलाज की सुविधा देकर, भाजपा जनता को यह विश्वास दिला सकती है कि वह उनकी आर्थिक समस्याओं को समझती है और उन्हें हल करने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
Ayushman Card कैसे बनवाए?
1. कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र, यूटीआई आईटी एस एल केंद्र पर जाकर पात्रता जांच कराएं और आयुष्मान कार्ड बनवाए
2. ग्राम रोजगार सहायक व वार्ड इंचार्ज के सहयोग से भी आयुष्मान कार्ड बनवाए जा सकती है
3.योजना से संबधी अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आयुष्मान मित्र के जरिए निशुल्क कार्ड बनवाए जा सकते हैं
निस्संदेह आयुष्मान भारत योजना का विस्तार और बुजुर्गों को इसके दायरे में शामिल करने से न केवल समाज के एक बड़े वर्ग को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा, बल्कि भाजपा को भी राजनीतिक रूप से इसका बड़ा फायदा हो सकता है। इस योजना ने भाजपा को गरीब और बुजुर्ग मतदाताओं के बीच एक मजबूत समर्थन आधार बनाने का अवसर प्रदान किया है। साथ ही, यह पार्टी के स्वास्थ्य सुधारों और सामाजिक कल्याण की छवि को और अधिक मजबूत करेगा।
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Frequently Asked Questions
- Ayushman Card कैसे बनवाए?
- अपना Ayushman Card कैसे चेक करें?
- Ayushman Card बैलेंस कैसे चेक करें?
- Ayushman Card में नाम कैसे जोड़े?
- आयुष्मान के लिए कौन पात्र है?
- अगर लिस्ट में नाम नहीं है तो Ayushman Card कैसे बनेगा?